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Anil Kapoor, बॉलीवुड के मिस्टर इंडिया, और नायक की कहानी ऐसी की आपकी आंखों में आ जाए पानी :
अनिल कपूर का बर्थडे 24 दिसम्बर को था आइए उनके बारे में विस्तार से जानते है ।
हमारे एक और बेहतरीन लेख में आपका स्वागत है आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताएंगे जिन्हे किसी परिचय की जरूरत नहीं है जी हां जैसा की आप हमारे टाइटल से ही समझ गए होंगे की आज हम आपको बॉलीवुड के मिस्टर इंडिया कहे या फिर नायक हम बात करने वाले है अनिल कपूर के जीवनी का जो की बहुत ही कठिनाइयों से भरा रहा है तो चलिए बिना समय गवाए
24 दिसंबर, 1956 को मुंबई के चेंबूर में जन्मे अनिल कपूर का परिवार फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखता है। उनके पिता सुरिंदर कपूर सिनेमा के जाने-माने प्रोड्यूसर थे। मगर उनका करियर ज्यादा नहीं चला। सुरिंदर कपूर जो न कर पाए, वो उनके बेटे अनिल कपूर ने कर दिखाया। अनिल ने पिता की विरासत को नई ऊंचाई दी।
अनिल कपूर ने साल 1979 में फिल्म हमारे तुम्हारे से डेब्यू किया था, जिसमें वह सिर्फ छोटे से रोल में दिखाई दिए थे। फिर साल 1980 में वह साउथ फिल्म वामसा वृक्षम में दिखाई दिए। शुरुआत में कुछ साउथ फिल्में करने के बाद अनिल को पहली बार लीड रोल 1983 में आई हिंदी फिल्म वो सात दिन में मिला। इस फिल्म ने अनिल के अभिनय ने उनके लिए हिंदी सिनेमा के दरवाजे खोल दिये।
Anil Kapoor: फिल्म सेट पर किया स्पॉटब्वॉय का काम, संघर्षों के बाद बने सिनेमा के नायक:
आप अनिल कपूर के फिल्मी करियर से तो अच्छी तरह वाकिफ होंगे, लेकिन उनकी जिंदगी के कुछ पन्ने ऐसे हैं, जिनसे आप अनजान होंगे। चलिए, आपको झकास एक्टर से जुड़े कुछ अनकहे किस्सों से से परिचित करवाते हैं।
Anil Kapoor लोफर और नो एंट्री जैसी फिल्में बनाने वाले सुरिंदर कपूर के बेटे अनिल कपूर ने अभिनय के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई। मगर उनके लिए सिनेमा का नायक बनना आसान नहीं था। फर्श से अर्श तक पहुंचने के लिए अनिल कपूर ने खूब पापड़ बेले और कड़ी मेहनत के दम पर सिनेमा को एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों से नवाजा।
बॉलीवुड सिनेमा में पिछले चार दशक से अपने अभिनय का जादू चलाने वाले अभिनेता अनिल कपूर उम्र के 67वें पड़ाव पर पहुंच रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में जितने भी किरदार निभाए, उनमें जान फूंक दी। कभी नायक बनकर राजनीति का सच बताया तो कभी मिस्टर इंडिया बनकर दर्शकों का मनोरंजन किया।
Anil Kapoor नायक के लिए नहीं थे पहली पसंद क्या आप जानते है ?
जी हां ये बिलकुल सही बात है नायक: द रियल हीरो, अनिल कपूर के करियर की बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है। साल 2001 में आई इस फिल्म ने अच्छी-खासी कमाई भी की थी। मगर क्या आप जानते हैं कि चीफ मिनिस्टर की भूमिका में खुद को पूरी तरह से ढालने वाले अनिल कपूर इस फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे।
जी हां, खुद अनिल कपूर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि उनसे पहले ये रोल शाह रुख खान और आमिर खान को मिला था। मगर दोनों ने ही मूवी को ठेंगा दिखा दिया था और फिर अनिल की झोली में यह सुपरहिट फिल्म आ गिरी।
Anil Kapoor मिस्टर इंडिया कैसे बने ?
Anil Kapoor अनिल कपूर कैसे बने मिस्टर इंडिया इसके बारे में भी बहुत दिलचस्प कहानी है नायक की तरह मिस्टर इंडिया भी अनिल कपूर की झोली में बाय चांस गिरा था। दरअसल, शेखर कपूर ने इस फिल्म के लिए अनिल कपूर की जगह पहले अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना को कास्ट करना चाहा, मगर ऐसा हो न सका। फिर अनिल कपूर को यह फिल्म किया और अपने शानदार अभिनय से लोगो के दिलो में जगह बनाने में सफल रहे।
Anil Kapoor इन अभिनेत्रियों के साथ परदे पर हिट रहे:
वैसे तो अनिल कपूर अपने मेहनत से एवरग्रीन एक्टर के रूप में उभर कर आ गए थे और एक समय था की कोई भी उनके साथ काम करने के लिए तैयार था लेकिन अनिल कपूर श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित के साथ उनकी सबसे ज्यादा फिल्में हैं। दोनों ही हीरोइनों के साथ अनिल कपूर की जोड़ी पर्दे पर सुपरहिट रही। सबसे ज्यादा अनिल ने माधुरी के साथ काम किया। दोनों ने तेजाब, बेटा, पुकार और राम लखन समेत कुल 18 फिल्मों में काम किया है। अनिल कपूर ने हमारा दिल आपके पास है में टाइटल सॉन्ग और आई लव यू गाने को आवाज भी दी है।
Anil Kapoor के झोली में कई नेशनल अवार्ड:
जी हां Anil Kapoor के झोली में कई नेशनल अवार्ड उनके मेहनत और शानदार अभिनय के लिए अनिल कपूर को अपने शानदार काम के लिए कई अवॉर्ड्स अपने नाम किए हैं। पुकार के लिए उन्होंने बेस्ट एक्टर कैटेगरी में नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीता था। इसके अलावा बेस्ट एक्टर और दिल धड़कने दो के लिए बेस्ट सपोर्टिंग कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते हैं।
तो ये रही अनिल कपूर की अर्श सेब फर्श तक की कहानी आशा करते है की आपको पसंद आई होगी।